Thursday, 21 August 2025

अमेरिका को एक और झटका देने की तैयारी में भारत

 कच्चे तेल के बाद अब भारत और रूस मिलकर अमेरिका को एक और बड़ा झटका देने की तैयारी में हैं। रूस के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर **डेनिस मंटुरोव** ने साफ कहा है कि रूस, भारत को अब **LNG (Liquified Natural Gas)** बेचने की योजना बना रहा है। यही नहीं, रूस ने ये भी इशारा दिया है कि वो भारत के साथ **न्यूक्लियर एनर्जी सेक्टर** में भी सहयोग बढ़ाना चाहता है।

ये बयान तब आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति **डोनाल्ड ट्रंप** ने भारत पर रूसी तेल खरीदने की वजह से **25% एक्स्ट्रा टैक्स** ठोक दिया। रूस ने इस फैसले को पूरी तरह *गैरकानूनी* बताया है और साफ कर दिया है कि चाहे अमेरिका नाराज हो या धमकी दे, भारत को तेल सप्लाई जारी रहेगी।

🔥 **भारत-रूस का बढ़ता रिश्ता**

दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए रूस के अधिकारी **रोमन बाबुश्किन** ने कहा,

*"पॉलिटिकल हालात चाहे जैसे हों, भारत तेल का आयात पहले की तरह ही करता रहेगा।"*

मतलब साफ है – रूस और भारत का एनर्जी पार्टनरशिप और मजबूत होने वाला है।

👉 बता दें, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा पेट्रोलियम आयातक है। रूस-यूक्रेन जंग के बाद से भारत ने रूस से सस्ता तेल खरीदकर अपने खर्चे काफी कम किए हैं। रूस लगभग **5% की छूट** पर तेल बेच रहा है और दोनों देशों के बीच व्यापार हर साल **10% तक बढ़ने** की उम्मीद है।


⚡ **अमेरिका की टेंशन**

इधर अमेरिका बार-बार चेतावनी दे रहा है। अमेरिकी फाइनेंस मिनिस्टर **स्कॉट बेसेंट** ने दोबारा धमकी दी है कि अगर भारत रूस से तेल लेता रहा तो टैक्स और बढ़ा दिए जाएंगे। उनका कहना है कि इस डील से भारत को फायदा और उसके *अमीर बिजनेस घरानों* को सबसे ज्यादा मुनाफा मिल रहा है।


📌 कुल मिलाकर, भारत-रूस की दोस्ती अब सिर्फ तेल तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि गैस और न्यूक्लियर एनर्जी तक फैलने जा रही है। और यही बात अमेरिका को सबसे ज्यादा खटक रही है।


👉 तो आपको क्या लगता है,

क्या भारत को रूस के साथ खड़ा रहना चाहिए या अमेरिका के दबाव में आना चाहिए?

**अपनी राय नीचे Comment में जरूर बताइए।**



No comments:

Post a Comment